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मेट्रो के 40 पिलर के लिए बेस तैयार


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Agra: कल आगरा आ रहे हैं यूपीएमआरसी के एमडी समीक्षा के लिएमार्च में भूमिगत स्टेशनों के लिए टेंडर आवंटित होने की उम्मीद170 के करीब पाइल तैयार, पाइलिंग का काम 25 फीसदी हुआ शहर में मेट्रोे के काम ने रफ्तार पकड़ ली है। मेट्रो के छह किमी लंबे प्रॉयरिटी कॉरीडोर में बनने वाले तीन एलीवेटेड स्टेशन के लिए करीब 40 पिलर खड़े करने का आधार तैयार हो चुका है। बाकी के लिए पाइल की खुदाई दिन-रात चल रही है। इन तीनों स्टेशनों के लिए 680 पाइल खोदी जानी हैं। अब तक के काम की समीक्षा के लिए कल (एक मार्च) को यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव आगरा आ रहे हैं। सात दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आगरा मेट्रो परियोजना का उद्घाटन करने के साथ ही यूपीएमआरसी ने मेट्रो के तीन एलिवेटेड स्टेशनों के निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया था। शुरूआत दौर के झंझटों से निबटने के बाद मेट्रो स्टेशनों के निर्माण के कार्य ने गति पकड़ ली है। सबसे पहले ताज पूर्वी गेट से जामा मस्जिद तक छह किलोमीटर तक मेट्रो ट्रेन चलाए जाने की योजना के तहत काम चल रहा है। हालांकि अभी तक तीन भूमिगत स्टेशनों के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया नहीं हुई है। उम्मीद की जा रही है कि मार्च में भूमिगत तीन स्टेशनों के लिए टेंडर की प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा। यूपीएमआरसी ने सेम इंडिया को तीन एलिवेटेड स्टेशनों के निर्माण का काम सौंपा है। मेट्रो का पहला स्टेशन टीडीआई मॉल के सामने ताज पूर्वी गेट स्टेशन बनाया जा रहा है। इसके लिए दो पिलर तैयार भी कर दिए गये हैं। तीसरे पिलर को स्थापित करने का काम चल रहा है। इसके साथ ही मेट्रो के दूसरे स्टेशन बसई स्टेशन पर भी काम प्रारंभ कर दिया गया है। यह स्टेशन होटल क्रिस्टल सरोवर के पास बनाया जा रहा है। तीसरा एलिवेटेड स्टेशन मुगल होटल के पास फतेहाबाद स्टेशन के नाम से बनाया जाएगा। तीनों स्टेशन के लिए सबसे पहले पाइलिंग का काम प्रारंभ कर दिया गया है। एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन के बीच करीब 276 पाइल तैयार की जाएंगी। यूपीएमआरसी के अधिकारी ने बताया कि करीब चार पाइल पर एक पिलर खड़ा किया जाता है। इस तरह मेट्रो स्टेशनों के लिए  680 पाइल पर 171 पिलर खड़े किए जाएंगे और 171 ही पाइल कैप तैयार किए जाएंगे। 25 दिन में 104 पाइल पूरीयूपीएमआरसी के डीजीएम (जनसंपर्क) पंचानन मिश्रा ने बताया कि इस समय ताज पूर्वी गेट से फतेहाबाद रोड के बीच लगभग तीन किलोमीटर लंबा एलिवेटेड मेट्रो कॉरिडोर निमार्णाधीन है। काम को तय समय-सीमा के अंतर्गत पूरा करने के लिए यूपी मेट्रो की टीम मुस्तैद है और काम की रफ्तार को बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास हो रहे हैं। इसी का नतीजा है कि ताज ईस्ट गेट से जामा मस्जिद से बीच चिह्नित लगभग छह किमी लंबे प्रयॉरिटी कॉरिडोर के तीन किमी लंबे एलिवेटेड (उपरिगामी) हिस्से का सिविल निर्माण करते हुए यूपी मेट्रो ने फरवरी माह में सिर्फ 28 दिनों में करीब 120 पाइल पूरे कर डाले हैं। सात दिसंबर 2020 को निर्माण कार्य शुरू होने से अब तक 170 से अधिक पाइलों का काम भी पूरा हो चुका है। इन आंकड़ों से साफ जाहिर है कि पिछले महीने के मुकाबले यूपी मेट्रो ने पाइलिंग के काम की रफ्तार को लगभग दोगुना कर दिया है। वर्तमान में मेट्रो कॉरिडोर के इस हिस्से में कुल छह रिग मशीनें कार्यरत हैं और मेट्रो का सिविल निर्माण 24 घंटे जारी है। अब जल्द खड़े होंगे पिलरडीजीएम पंचानन मिश्रा ने बताया कि पाइलिंग के साथ ही पिलर खड़े करने की रफ्तार भी अब तेज हो गई है। प्रयॉरिटी कॉरिडोर के इस एलिवेटेड हिस्से में दो पिलर भी खड़े हो गए हैं और आम जनता को धीरे-धीरे मेट्रो कॉरिडोर का ढांचा आकार लेते हुए नजर आने लगा है। यूपी मेट्रो के सिविल इंजीनियरों ने पाइल कैप के निर्माण कार्य को तेज कर दिया है ताकि इन पर पिलर खड़े करने के काम को और रफ्तार दी जा सके। उन्होंने इसकी तकनीकि जानकारी देते हुए बताया कि एलिवेटेड ढांचे के सिविल निर्माण में सबसे पहले पाइलिंग यानी जमीन के अंदर मजबूत नींव तैयार करने का काम होता है, जिसके बाद इन पर पाइल कैप्स तैयार किए जाते हैं। तीन से चार पाइलों के ऊपर एक पाइल कैप तैयार होता है, जिसे आधार बनाकर पिलर खड़े करने का काम होता है। इस समय तीसरे पिलर को खड़े करने की तैयारी है। मार्च में शहरवासियों को मेट्रो के कई पिलर खड़े नजर आएंगे। समय से होगा पूरा कामआगरा में मेट्रो कॉरिडोर के सिविल निर्माण की तेज गति पर संतुष्टि जाहिर करते हुए यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने कहा कि आगरा की जनता को समय-पर मेट्रो सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए यूपी मेट्रो के सामने एक कड़ी समय-सीमा है, लेकिन मेट्रो इंजीनियरों ने इस लक्ष्य को निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के लिए अपनी योजना को आकार देना शुरू कर दिया है। निर्माण कार्य लगातार रफ्तार पकड़ रहा है और मुझे भरोसा है कि निर्धारित लक्ष्यों को चरणबद्ध तरीके से हासिल कर लिया जाएगा। केशव करेंगे बैठकयूपी मेट्रो के एमडी कुमार केशव आगरा मेट्रो परियोजना की समीक्षा के लिए कल (एक मार्च) आगरा आ रहे हैं। वह मेट्रो के निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण करने के साथ ही विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। एमडी के आगमन को देखते हुए अधिकारियों ने तैयारियां करना प्रारंभ कर दिया है। इधर मुख्य यार्ड के काम को भी गति मिल चुकी है। पीएसी ग्राउंड पर बनने वाले मुख्य यार्ड का काम जून 2022 के पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मेट्रो का निर्माण शुरूआगरा मेट्रो के इंजन और कोच का निर्माण कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया है। गुजरात के सावली स्थित फ्रांस की कंपनी एलस्टॉम के प्लांट में इनका निर्माण हो रहा है। आगरा के लिए कुल 28 मेट्रो ट्रेन तैयार की जा रही है। एक मेट्रो ट्रेन में आगे-पीछे इंजन के साथ बीच में एक कोच होगा। इसके साथ ही कंपनी को कंबाइड रोलिंग स्टॉक व ट्रेन कंट्रोल ऐंड सिग्नलिंग सिस्टम की भी आपूर्ति करनी है। यूरोपियन बैंक दे रही पैसाआगरा और कानपुर मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए यूरोपियन इन्वेस्टमेंट बैंक कुल लागत का 50 फीसदी हिस्सा दे रही है। बाकी बची 50 फीसदी धनराशि का 25 फीसदी केंद्र व 25 फीसदी केंद्र सरकार देगी। बैंक ने जुलाई 2020 में 5406 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिए हैं। इसमें से 67 ट्रेनों के निर्माण के लिए 2501 करोड़ रुपये एलस्टॉम कंपनी को दिए जाएंगे। The post मेट्रो के 40 पिलर के लिए बेस तैयार appeared first on नये समीकरण.