रेडियो जॉकी बन वीर प्रताप ने किया उन्नाव का नाम रोशन
Agra:
जहाँ चाह है वही राह है-आरजे वीर
“परिंदों को मंजिल मिलेगी यकीनन उड़ते हुए उनके पर बोलते हैं, और वही लोग खामोश रहते हैं अक्सर जमाने में जिनके हुनर बोलते हैं”।
बहुत ही सही लाइने लिखी है किसी ने –
और उन्नाव जिला जिसे साहित्यिक नगरी या फिर बैसवारा भूमि कहते हैं। इसने ना जाने कितने देशभक्त, कवि ,मंत्री ,सांसद, जिलाधिकारी, डॉ और न जाने क्या क्या दिए हैं। और इसी कड़ी में एक और नया नाम जुड़ा है उन्नाव जिले के बीघापुर ब्लाक के जंगली खेड़ा में रहने वाले रेडियो जॉकी वीर प्रताप सिंह का यह पिछले ढाई सालों से राजस्थान के अलवर जिले में अलवर की आवाज 90.8 एफएम चैनल में काम कर रहे हैं ।और शाम को 4:00 बजे कैंपस मस्ती शो होस्ट करते हैं ।वीर के पिता श्री देश कुमार सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं और माता श्रीमती मंजू सिंह एक ग्रहणी हैं ।वीर अपने पांच भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं।
वीर कहते हैं कि रेडियो फील्ड में आने का सफर बहुत चुनौती भरा सफर रहा है लेकिन उन सभी चुनौतियों को स्वीकार कर उन्होंने युवाओं के लिए एक नई मिसाल पेश की है। 20 वर्षीय वीर कहते हैं कि अगर अंदर जुनून है कोई काम करने का तो उसे कोई दुनिया की ताकत रोक नहीं सकती है ।और ऐसा ही कुछ उनके साथ हुआ जब उन्होंने रेडियो फील्ड में एंट्री ली ।
वीर ने कक्षा 12 तक की पढ़ाई सरस्वती ज्ञान मंदिर स्कूल बीघापुर से और ग्रेजुएशन कानपुर विश्वविद्यालय से किया इसके बाद उन्होंने रेडियो का डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स लखनऊ से किया है।
और वह कहते हैं कि बहुत जल्द वह कमर्शियल रेडियो स्टेशन तक अपना दमखम दिखाएंगे और अपने नाम के साथ साथ अपने माता-पिता और अपने जिले का नाम भी रोशन करेंगे ।
वीर अपनी सफलता के लिए अपने माता-पिता अपने गुरुजनों का अपने दोस्तों का धन्यवाद देते हैं और उनका यह सपना है कि वह अपने जिले उन्नाव में एक रेडियो स्टेशन चालू करा सकें।